मक्का निर्यात

प्रयागराज के किसानों के लिए नई संभावनाएं: ताइवान को मक्का निर्यात

मक्का निर्यात - Corn (मक्का)
Corn (मक्का)

वैश्विक बाजार में प्रयागराज की एंट्री

वैश्विक स्तर पर मक्का की बढ़ती मांग के बीच, प्रयागराज अब अंतरराष्ट्रीय कृषि बाजार में अपनी जगह बनाने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। जिला अधिकारियों के अनुसार, फूलपुर फार्मर्स प्रोड्यूसर कंपनी (एफपीओ) लिमिटेड को ताइवान को मक्का निर्यात करने का एक आकर्षक प्रस्ताव मिला है। यह प्रस्ताव न केवल स्थानीय किसानों के लिए आर्थिक रूप से लाभकारी है, बल्कि यह प्रयागराज को वैश्विक कृषि व्यापार के नक्शे पर लाने का एक सुनहरा अवसर भी है।

प्रस्ताव का विवरण

फूलपुर एफपीओ के प्रमुख उमेश पटेल, जो स्वयं एक मक्का किसान हैं, ने बताया कि यह प्रस्ताव मुंबई से संचालित होने वाले प्रमुख मक्का निर्यातक रणधीर सिंह मुन्ना से आया है। रणधीर सिंह ताइवान को बड़े पैमाने पर मक्का की आपूर्ति करते हैं। पटेल ने कहा, “भारत में मक्का की कीमत अधिकतम ₹2,400 प्रति क्विंटल तक है, लेकिन हम इसे ताइवान को ₹8,000 प्रति क्विंटल की दर से निर्यात करेंगे। यह हमारे किसानों के लिए बहुत लाभकारी होगा।”

फूलपुर FPO (Farmers  Producer Company) की ताकत

वर्तमान में फूलपुर एफपीओ में 613 किसान शामिल हैं, जिनमें 221 महिलाएं हैं। यह संगठन न केवल अपने सदस्यों के लिए काम करता है, बल्कि जिले के अन्य क्षेत्रों, विशेष रूप से श्रींगवेरपुर, जो प्रयागराज का सबसे बड़ा मक्का उत्पादन क्षेत्र है, के किसानों के साथ सहयोग करने की योजना बना रहा है। इस सहयोग का उद्देश्य ताइवान की मांग को पूरा करने के लिए पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करना है।

एफपीओ ने ताइवानी खरीदारों की गुणवत्ता संबंधी मांगों को पूरा करने के लिए निर्यात मानकों के अनुरूप बीज वितरित करने की योजना बनाई है। यह कदम न केवल उत्पादन की गुणवत्ता को बढ़ाएगा, बल्कि किसानों को बेहतर तकनीक और संसाधनों तक पहुंच प्रदान करेगा।

ताइवान के साथ बढ़ता व्यापार

ताइवान का अधिकांश मक्का आयात अन्य देशों से होता है, लेकिन भारत अपनी प्रतिस्पर्धी कीमतों के कारण इस बाजार में अपनी पैठ बढ़ा रहा है। अधिकारियों के अनुसार, भारत पहले ही ताइवान को लगभग 18,000 टन मक्का निर्यात कर चुका है, और इस व्यापार में और वृद्धि की संभावना है। यह प्रस्ताव प्रयागराज के किसानों के लिए एक नया बाजार खोल सकता है, जिससे उनकी आय में उल्लेखनीय वृद्धि हो सकती है।

सरकार का समर्थन

मक्का खेती को प्रोत्साहित करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। 2025-2026 विपणन वर्ष के लिए, रबी सीजन के मक्का के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) ₹2,225 प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। प्रयागराज में उप निदेशक (कृषि) पवन कुमार विश्वकर्मा ने बताया कि यह पहली बार है जब उत्तर प्रदेश सरकार रबी सीजन में मक्का को एमएसपी पर खरीद रही है। इसके अलावा, सरकार मक्का के बीजों पर 50% सब्सिडी भी प्रदान कर रही है, जो किसानों के लिए एक बड़ा प्रोत्साहन है।

प्रयागराज में मक्का उत्पादन

प्रयागराज मंडल में मक्का की खेती 1,461 हेक्टेयर में की जाती है। पिछले साल इस मंडल में कुल 4,418 मीट्रिक टन मक्का का उत्पादन हुआ था। श्रींगवेरपुर जैसे क्षेत्रों में मक्का उत्पादन की उच्च क्षमता को देखते हुए, यह प्रस्ताव स्थानीय अर्थव्यवस्था को और मजबूत कर सकता है।

भविष्य की संभावनाएं

यह निर्यात प्रस्ताव न केवल फूलपुर एफपीओ के लिए, बल्कि पूरे प्रयागराज के किसानों के लिए एक नई शुरुआत हो सकता है। ताइवान जैसे अंतरराष्ट्रीय बाजारों में प्रवेश से न केवल किसानों की आय बढ़ेगी, बल्कि यह क्षेत्रीय कृषि को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने में भी मदद करेगा। सरकार की योजनाएं और एफपीओ की सक्रियता इस दिशा में एक मजबूत नींव रख रही हैं।

प्रयागराज के किसान अब न केवल स्थानीय बाजारों तक सीमित हैं, बल्कि वैश्विक मंच पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए तैयार हैं। यह कदम न केवल आर्थिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह स्थानीय किसानों के आत्मविश्वास और उनके उत्पादों की गुणवत्ता को भी दर्शाता है।


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